1.तेरी गंगा सी पावन प्रीत से,शाम मेरी पारस हो गई। डुबकी जो लगाई रूह ने,शाम - ए - ज़िंदगी बनारस हो गई।।2.जिस एहसास को अल्फाज़ न मिलेउससे खूबसूरत कोई एहसास नहीं3.किसी स्त्री ने देख लिया ग़र ऐसे मुस्कुरा कर,पुरषों ने तो यूँ ही बर्बाद कर दिए कई साल उस पर ।4.कहीं लगता ही नहीं दिल तुमसे दिल लगाने के बादइंतजार तो इंतजार ही रहातेरे आने से पहले तेरे जाने के बाद... 5.पूरे हक़ से माँगना तुम मुझको मैंने खुद को सिर्फ तुम्हारे हक़ का रखा है6.हसरत भरी निगाहों से यूँ न देखिये हमें... हम ख़ुद भी अधूरे हैं अधूरी ख़्वाहिशों