वह बारिश से भीगा दिन था। सोलह बरस का विवान स्कूल छूटने के बाद साइकिल चलाता हुआ गिटार क्लास जा रहा था। रास्ते में उसकी नज़र भुट्टे के ठेले के पास खड़ी एक चौदह बरस की अल्हड़ सी लड़की पर पड़ी। वह कोई और नहीं नीरा थी। उसके साथ एक लड़का खड़ा था, जो उसे वहाँ भुट्टा खिलाने लाया था। विवान को जाने क्या हुआ कि उसने फ़ौरन साइकिल रोकी और नीरा के पास जाकर उसके हाथ से भुट्टा छीनकर फेंक दिया और उसे खींचता हुआ अपने साथ ले गया। अब दोनों सड़क किनारे खड़े झगड़ रहे थे।“ये क्या किया