दो वर्ष

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दो वर्ष तुमने जिस अधिकार और अपनेपन से कहा है “मुझ से मुहब्बत करना छोड़ दो।“तो शायद मैं कभी तुमसे मुहब्बत करना छोड़ दूँ,लेकिन उन पलों उन लम्हो से मोहब्बत करना कभी नहीं छोडूँगा जिन पलों में और जिन खूबसूरत लम्हों में मैने तुमसे मोहब्बत की है। बात भले ही चोबीस - पच्चीस साल पुरानी है, लेकिन स्मृतियों में इतनी ताजी है जैसे अभी कल  की ही हो, और यह भी सच है कि वह सब कुछ कभी पुराना होता ही नहीं, जो दिल ` के बहुत करीब से हो कर गुजरा हो। मुझे अच्छी तरह याद है वो जुलाई