- 10 - रविवार को जब प्रवीर कुमार सुबह की सैर करके वापस आया तो नवनीता को रसोई में व्यस्त पाया। उसने पूछा - ‘नीता, आज सुबह-सुबह रसोई में क्या कर रही हो, चाय-वाय पिलाने का इरादा नहीं है क्या?’ ‘आज आपकी मित्र पहली बार हमारे घर आ रही है, उसी के स्वागत की तैयारी कर रही हूँ।... आप ब्रश कर लें, मैं चाय बनाकर लाती हूँ।’ चाय पीते हुए प्रवीर कुमार ने कहा - ‘नीता, शीतल एक साधारण तथा व्यावहारिक लड़की है, उसे औपचारिकता पसन्द नहीं। इसलिए मैं