अंगद - एक योद्धा। - 6

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जो-जो मेरे साथ लड़ा,जिस- जिस ने मुझे ललकारा मैं उन सब का सम्मान करता हूं। उनके लिए भी गौरव का विषय है कि वह सब वीरगति को प्राप्त हुए और मैं भी खुद को सौभाग्यशाली मानता हूं कि मुझे वीर योद्धाओं से लड़ने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। मनपाल ने बीच में ही टोक कर कहा,"अंगद तुमने निहत्थे पर वार न किय मैं समझता हूं परन्त कितनी ही वार तुम्हारी तलवार के, तुम्हारे भाले केु तुम्हारे बाणों के ऐसे थे, जो किसी योद्धा की पीठ पर हुए वह भी मैंने देखा है। यह कहां की युद्ध कौशलता है? आखिर किसी की