भाग–२२ आखिर वैशाली कितने थप्पड़ खायेगी । और इतना मार खाने के बाद भी सुधरती नही । मेरे मन में आया। "राजीव सच कह रही हूं मैं, प्यार करती है ये तुमसे पूछ लो इससे " राजीव मेरी तरफ सवालिया नजरों से देख रहा था । मैं उसकी नजरों का सामना नहीं कर पा रही थी लेकिन मैं लगातार रो रही थी राजीव बर्दाश्त नहीं कर पाया और वैशाली को जोर से पकड़ कर गुस्से में बोला । "देख , ये मुझसे प्यार करती हो या नही , पर अब मेरी जिंदगी में तेरी कोई जगह नही , अपना गंदा