बेचैन मन “क्या हुआ आप चुप क्यों हो गए? आपको मेरी पढाई पसंद नहीं आई क्या?” कोयल की आवाज सुनकर मेरा ध्यान टूटा। “नहीं बिलकुल पसंद नहीं आया।” मैंने जवाब दिया। मेरा जवाब सुनकर कोयल थोड़ा ठिठक सी गयी। “क्यूँ क्या हुआ, आप अभी तक मुझसे नाराज हैं क्या? उसने बहुत ही सहमे गले से पूछा। “हाँ, बिलकुल नाराज होने वाली बात ही है। एक बात बताओ, तुमने मुझे कहा कि मैं तुम्हे तुम कहूँ और तुम खुद मुझे आप कह रही हो, ये क्या है? नाराज होने वाली बात नहीं है? और रही बात पढ़ाई की, तो उससे मैं