तुम पास आये... इतने प्रश्नों के बाद एक-एक प्रश्न का दीर्घ और लघु उत्तर मेरे दिमाग में स्वयं ही आ जा रहा था। नहीं, अगर उस लड़के से ज्यादा बात हुई होती तो कोयल यह जान जाती कि मैं वो लड़का नहीं हूँ। अगर वो लड़का उससे मिल पाता तो वो इतने दिनों से अमोल को फोन नहीं करती। फिर भी एक उम्मीद तो यह जरुर थी कि वो इस लड़के से फिर मिले। फिर मेरे मन को जो सबसे सटीक लगा, मैंने वो उत्तर अपने लिए रख कर लॉक कर लिया। भले ही बात कुछ और क्यों न हो।