बेग़म कोयल आबिदा “यार अमोल देख अभी तो मेरी बात आदित्य से हुई, वो बोल रहा है कि उसने ऐसा कुछ नहीं किया है। मगर मैं तुम्हें यकीन दिलाता हूँ कि मैं पता करके जरुर बताऊंगा कि आखिर वो है कौन। ऐसे...” थोड़ी देर तक अपने मन के ख़्वाबों में घूमता हुआ मैंने अमोल को फोन लगाया और फिर इतना कहकर चुप हो गया। मैं उसे कहना चाहता था कि ऐसे एकाध बार इस लड़की से बात करके देखने में कोई बुराई नहीं है। मगर फिर मैं चुप हो गया क्योंकि अब मैं उस लड़की से बात करना चाहता था।