व्याधि - भाग 2

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व्याधि भाग 2 रमेश और कोमल कस्बे वाले घर में पहुँच चुके थे। यह जगह वाकई बहुत खुबसुरत, शांत और पहाड़ो से घिरी हुई थी। लंबे सफर के कारण दोनों पूरी तरह थक गये थे। चौकिदार ने उनके लिये चाय नाश्ते का प्रबंध किया। रमेश तुमने कभी बताया नहीं कि इतनी खुबसुरत जगह पर तुम्हारा एक घर भी है, चाय की चुश्की लेते हुये कोमल ने कहा। मैं इसे तुम्हें शादी के तोहफे के रूप में देना चाहता था, यह घर मैंने बहुत पहले लिया था जब तक तो हम मिले भी नहीं थे। जब मैं अपने काम और काम