भाग–२१ "पुराना किला " "ओके,एक घंटे में मैं वहां पहुंच रहा हूं" "राजीव मुझे थोड़ा वक्त लगेगा , ट्रैफिक की वजह से।" "नो प्रोब्लम, आई विल वैट" "ओके, आई एम कमिंग" कहकर उसने फोन काट दिया । "साली , कमिनी, कितनी घटिया है यार ये , तू मुझे मत ले जा मेरे हाथों इसका खून हो जायेगा " मैने गुस्से में दांत पीसते और मुट्ठियां भींचते हुए कहा। राजीव मेरे एक्सप्रेशन और हरकतें देख के हंसने लगा, काफी दिनों बाद उसको हंसते हुए देखा था। "बहुत दिनों बाद आज चांद निकला है" "दिन में?" राजीव ने पूछा। "मैने उसे कांच