साथिया - 88

  • 3k
  • 1.6k

"कितना झूठ बोलेंगे राठौर साहब.. !! एक तो मुझसे बिना पूछे बिना बताये मेरी सांझ को यहाँ ले आये और उस पर झूठ बोले जा रहे है..!!" दर्द और नाराजगी से अक्षत बोला तो सबने उसकी तरफ आश्चर्य से उसकी तरफ देखा। " तुमको कोई गलतफहमी हुई है अक्षत बेटा..!! सांझ का पता चला और बहुत दुःख हुआ पर यहाँ पर सांझ नही है। हम हमारी बेटी माही को लेकर आये है..!" अबीर की आवाज भी सख्त हो गई। अक्षत की आंखें भी लाल हो गई मिस्टर अबीर राठौर की बात सुनकर। "देखिए राठौर साहब आप बड़े हैं, मैं आपकी