चरणनंदन का अभिनंदन - 3

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कुछ महीनों बाद......आज एक नया दिन था चरणनन्दन की जिंदगी में लेकिन ये महान आत्मा अभी तक बिस्तर पर फैल कर सोये पड़े हैं।इनपर चचा की मार का कोई असर नहीं हुआ है। इनकी हरकत अब भी पहले जैसी ही है। बस अब थोड़ा पढ़ने लगे हैं चचा के डर से। चचा की बड़ी कोशिशों के बाद चरणनन्दन ने बिस्तर छोड़ और चल दिये स्कूल जाने के लिए तैयार होने। वैसे आप सब को तो पता ही है कि कई बार फेल होने के कारण अभी 12 वीं मे ही है, और 19 साल के है ये लेकिन मजाल है