आदित्य और आदि बाहर गार्डन में क्रिकेट मैच खेल रहे होते हैं..आदि बोलिंग करता है और आदित्य बैटिंग।आदि की एक बोल पर आदिया शॉट मरता है और बोल झाड़ियों मैं चली जाती है। आदित्य और आदि बोल लेने के लिए झाड़ियों की तरफ जाते है। झाड़ियों मैं पेड़ के सूखे पत्तों का अंबार होता है और बॉल उसमे कही पढ़ी होती है...दोनो बच्चेबॉल ढूंढते है अचानक आदित्य को ऐसा लगता है के उसका पैर किसी ने पकड़ लिया हो वो हिलने की कोशिश करता है.लेकिन हिल नही पाता..फिर वो जोर जोर से शोर मचाने लगता हैं और अपने पापा रोहन