कंचन मृग - 37. न बहुत निकट न दूर

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37. न बहुत निकट न दूर- महारानी मल्हना ने महाराज से अनुमति ले मन्त्रणा के लिए मन्त्रियों एवं अधिकारियों को आमन्त्रित किया। महाराज परमर्दिदेव, महारानी मल्हना, चन्द्रा ब्रह्मजीत , माण्डलिक, उदयसिंह, जगनायक, धर्माधिकारिन सहित महासचिव देवधर मन्त्रणा कक्ष में आसीन हुए। विशेष आमन्त्रित में कुँवर लक्ष्मण राणा भी उपस्थित थे। महारानी ने महासचिव देवधर से प्रकरण रखने के लिए इंगित किया। मन्त्री माहिल को इस मन्त्रणा से अलग रखा गया। महासचिव देवधर ने गुप्तचरों से प्राप्त सूचनाओं को क्रमवार रखा। महाराज पृथ्वीराज महोत्सव के साथ निर्णायक युद्ध की तैयारी कर रहे हैं, यह जानकर सभा चिन्तित हुई। ‘‘क्या कोई ऐसा