हमने देखा .. प्रेमसिंह छत पे सोया होता है और वहां ५ काली बिल्लियों के शव मिलते है , जिसमे से निकलता हुआ खून धीरे धीरे लाल रंग से काले रंग में बदल जाता है । विद्यासिंह का पैर सीढ़ियों से उतरते समय फिसल जाता है और वो गिर जाता है , उसको पैर में चोट आती है । चरणसिंह सबको वहां से निकल ने के लिए कहता है , वहां से निकल कर वो सब रमनसिंह को सब बता ने के लिए निकल जाते है और रास्ते में चाय की टपरी पे रुकते है । वहां टपरी का मालिक