मुलाकात - 7

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आपका साथ ऐसे ही बना रहे अपना स्नेह भाव दे आशा है , आगे हमारे साथ बने रहे,...... आनन्द ने कहना शुरू किया और जया तुम्हारा स्वभाव तुम्हारा व्यक्तित्व मुझे बहुत प्रभावित कर गया और जया का हाथ धीरे से पकड़कर बोला जया तुम मुझे बहुत पसंद हो अब जया जो अब तक अवाक सी आनन्द को देख रही थी शरमा गई बोली धत जाओ नही करती तुम से बात, और जाने के लिए उठी आनन्द ने उसका हाथ और जोर से पकड़ लिया बोला कहां जाना चाहती होउनकी बात आगे बढती पल्लवी करवट बदल कर बोली चलो अब नीचे