पप्पू गोम्स के साथ काम करते हुए ,मुझे महज़बीन की याद आई और मैं उससे मिलने पहुँचा तो मुझे पता चला कि उसका निकाह हो चुका है,जैसे तैसे मैं उसके घर का पता लगाते हुए वहाँ पहुँचा तो तब उस समय उसके घर में कोई नहीं था,उसने मुझे बड़े प्यार से खाना खिलाया और फिर मुझसे बोली.... "तुमने ऐसा क्यों किया था,वो खून तो मैंने किया था,फिर तुमने उसका इल्जाम अपने सिर क्यों लिया"? "मैंने तुमसे मौहब्बत की थी महज़बीन! इसलिए तुम्हें बचाना मेरा फर्ज था",मैंने कहा..... "लेकिन वो गलत था,तुमने अपनी जिन्दगी मेरे लिए बर्बाद क्यों कर दी",महज़बीन बोली...