अमानुष-एक मर्डर मिस्ट्री - भाग(१३)

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रोहन के वहांँ से जाने के बाद शैलजा भी अपने कमरे में चली गई ,फिर सतरुपा ने भी चुपचाप अपने कमरे की खिड़की बंद की और बिस्तर पर आकर लेट गई,लेकिन अब उसकी नींद गायब हो चुकी थी,उस घर में चल क्या रहा था,ये वो समझ ही नहीं पा रही थी,उस घर में कोई साँपनाथ तो कोई नागनाथ था और सबसे बड़ी नागिन तो उसे शैलजा नजर आ रही थी और ये देविका क्या थी,वो भी मँझी हुई खिलाड़ी जान पड़ती है तभी तो रोहन उसके बारें में इतना सब कुछ कह रहा था.... सतरुपा के मन में एक अजीब