*किस्से वीर बुंदेलों के-1**वीरसिंह जू देव आख्यान-1*----------------------------------बुंदेलखंड की धरा, अद्भुत, अभूतपूर्व किस्से-कहानियों से अटी पड़ी है। यहाँ जन्म लेने वाले साधु-संत, कवि-साहित्यकार, रणबांकुरे, त्यागी- बलिदानी नर-नारियों के चरित्र आख्यान, अब तक छुटपुट ही सही, देश के छोटे-बड़े तमाम रचनाकारों ने अपने काव्य-आलेखों-कहानियों में समाहित किए हैं। परंतु नई पीढ़ी, जो अब किताबों से विमुख हो चुकी है, उसके सामने अपनी पहचान का संकट, विकराल रूप लेकर सामने उपस्थित है। जब हम अपनी संस्कृति, अपने