15 मई को बच्चों का परीक्षा परिणाम घोषित किया जाना था। बच्चों को परीक्षा परिणाम जानने की बहुत ही उत्सुकता थी। सभी बच्चे आपस में एक - दूसरे से चर्चा करते कि - "मैंने ऐसा लिखा है... मैंने इतना लिखा है... मेरे नम्बर अच्छे आयेंगे...।" इस तरह सभी आपस में वार्तालाप करके परीक्षा परिणाम घोषित होने का बैचेनी से इन्तजार कर रहे थे।तभी अचानक कक्षाध्यापक कक्ष में आये और सभी बच्चे सचेत और मौन हो गये। कक्षाध्यापक ने कहा कि - "बच्चों! आप सभी को परीक्षाफल जानने की बहुत ही उत्सुकता और प्रतीक्षा होगी। मैं जानता हूँ कि जो बच्चे