राजीव मुझे घूर रहा था । शादी भी निपट चुकी थी। सभी मेहमान जा चुके थे। वही रूटीन लाइफ शुरू हो गई । मैं कॉलेज गई। लेकिन मैं राजीव से बात नही करना चाहती थी । उसने भी मुझे फुल इग्नोर किया। मीशा की शादी हमारे बीच बहुत बड़ी दीवार खड़ी कर चुकी थी। एक दिन ऐसे ही चला गया । कॉलेज में सभी को बड़ा अजीब लगा हम दोनों को अलग देखकर , सभी जान गए थे हमारा झगड़ा हुआ है। अगले दिन मैंने सोचा मैं उसे मना लूंगी अपना इगो साइड पर रखकर , मैं उसे ढूंढते हुए