परछाईया - भाग 1

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प्रिय वाचक आपने मेरी कविता और कहानीओ को खुब सराहा अब आपके समक्ष ला रही हुं रोमांच से भरपुर एक धारावाहिक कहानी उम्मीद हे अप पसंद करेंगे।इस कहानी के सभी पात्र और घटनाक्रम काल्पनिक है, कहानी को रोमांचक बनाने के लिए स्थल का नाम प्रयोग कीया गया है जिसका वास्तविकता से कोई लेना देना नहीं है।रात के घने अंधेरे मै, एक लाल रंग की गाडी सन्नाटा चीरती हुई हवेली के पास खडी रही। सुमसाम रास्ते पे सोया हुआ कुत्ता गाडी की आवाज सुन अजीब तरह से रोने लगा।गाडी मे से सोफर उतरा और उसने पीछे का दरवाज़ा खोला।गाडी से एक