ज्वालामुखी पर्वत के मैदानों में रानी अपना आपा खो रही है एक सैनिक जिसे उसने अपने बुजुर्ग जादूगर के पास भेजा था उसने रानी के लिए अच्छी खबर नहीं लाई थी । रात के अंधेरे में महारानी के लिए बनाए गए विशाल टेंट के अंदर रोशनी जल रही थी और जगदीश के साथ ही कई रानी के गुलाम बने योद्धा भी रानी के गुस्से भरी आवाज़ सुनकर टेंट के बाहर से अंदर के नज़ारे को देख कांप गए ।अंदर की जलती रोशनी में हलकी रानी और सैनिक की सिर्फ परछाई दिखाई दे रही थी पर जिस तरह रानी ने गुस्से