देविका बनी सतरूपा के ऐसा करने पर दिव्यजीत को कुछ अटपटा सा लगा इसलिए उसने देविका से कहा.... "देवू!तुम तो कभी भी आलू का पराँठा नहीं खाती थी क्योंकि तुम्हें तो आलू पसंद ही नहीं थे और पुदीने से तुम्हें एलर्जी थी,काली मिर्च के फ्लेवर वाला आमलेट जो कि तुम्हारा आलटाइम फेवरेट था,तुम उसे खाने से इनकार कर रही हो,ऐसा क्यों?" दिव्यजीत की बात सुनकर अब देविका फँस चुकी थी,वो सोचने लगी कि अब क्या कहे और तभी इतने में माली ने डाइनिंग रुम में आकर कहा... "साहब! बाहर इन्सपेक्टर साहब आए हैं,कह रहें कि अगर मेमसाब तैयार हो गईं