पथरीले कंटीले रास्ते - 5

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पथरीले कंटीले रास्ते    5   वह रात सब पर भारी गुजरी । इकबाल सिंह और उसके परिवार को अभी तक विश्वास ही नहीं हो रहा था कि उनके साथ इतना बङा हादसा हो सकता है । उनका जान से प्यारा बेटा जिसको लेकर उन्होंने कई सुनहरे सपने देखे थे , अचानक उन्हे बीच रास्ते छोङकर चला गया । जैसे ही उन्हें बेटे की याद आती , वे रह रह कर सिसकियाँ भरने लगते । उनकी पत्नि की हालत उनसे कहीं ज्यादा खराब थी । उसे बार बार दंदौन लग जाती । दाँत भिंच जाते । बेहोश हो हो जाती