तो दोस्तों आपने सुना कि हमरा आघात हो चुका था, मुंबई में, सारे शिकायतों को मन से अलविदा करते हुये, जीवन को जीना शुरू किया. तब में 8th std में थी, गुजरात में तो मे Grils school में study करती थी, यहां मेरा दाखिला mix school में हुआ था। हम लोग कांदिवली West मे रहते थे, Sai नगर में, अब उन दिनों तो मोबिल phone की सुविधा नहीं थी. मेरे गुजरात का जीवन अलग था वहां 11am to 5pm की school हुआ करती थी, हम खेल कूद भी बहुत करते थे, उन दिनों हम घर का कुछ काम नहीं करते