रोहन उस पागल को गुस्सा करके भगा देता है.लेकिन शगुन डर जाती है,और घबरा जाती है बच्चो को अपने सीने से लगा लेती है..रोहन शगुन को कहता है के वो पागल था डरो मत और ढाबा चलते है फ्रेश हो जाते है और कुछ खा लेते है।वो लोग जाते है और टेबल पर बैठ जाते है खाने का ऑर्डर देते है...एक आदमी लगड़ाते हुए खाना ले कर आता है और टेबल पर रख देता है और वो घूर घूर कर रोहन शगुन और बच्चो की तरफ देखने लगत है।शगुन उस व्यक्ति को देख कर थोड़ा सहम जाती है.और खाना खाने