द्रोहकाल जाग उठा शैतान - 48

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एपिसोड ४८ छोटी मधु एम. रा ताराबाई के कमरे से बाहर निकली, इधर-उधर टहलती हुई और कभी-कभी अपने हाथ की उंगलियाँ गिनती हुई। मधु के दोनों तरफ कमरे थे - कमरों के दरवाजों पर अलग-अलग रंग के शीशे लगे हुए थे। और सभी दरवाज़े बंद कर दिए गए.. हर दरवाज़े के बाहर एक गोल स्टूल रखा गया था.. जहाँ स्टूल पर एक फूलदान रखा हुआ था, जहाँ कांच की महंगी चीज़ें रखी हुई थीं। नीचे काले और सफेद डिज़ाइन वाला एक अद्वितीय प्रकार का फर्श था। उसके बाद नन्हीं मधु नींद में ही चल पड़ी। तभी उसके कानों पर एक