आँच - 16 - दो गज़ ज़मीं न मिल सकी !(भाग-1)

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अध्याय सोलह दो गज़ ज़मीं न मिल सकी !लखनऊ में काबिज़ हो जाने के बाद अँग्रेजों ने पूरे अवध में अभियान चला कर विद्रोह को समाप्त करने की कोशिश की। नाना साहब पर एक लाख का इनाम घोषित था। तात्या अपने कौशल से जगह जगह अब भी विद्रोह की लौ जलाए हुए थे। कौन सा गुण उनमें था जिससे वे अनेक सेनाओं को अपने पक्ष में करते चले गए। नाना साहब भी एक जगह नहीं रह सके पर जहाँ भी रहे, अलख जगाते ही रहे। बैसवाडे़ में राणा वेणीमाधव, रामबख्श सभी अँग्रेजों से लड़ते ही रहे। बौंड़ी में रहते हुए