अब तक आपने पढ़ा जया और आनन्द की दोबारा मुलाकात कहां और कैसे हुई, अब जानेंगे आगे,.......... जया गुमसुम सी बैठी ही रही,आनन्द अब बेबस सा उसे उसके घर ले जाना चाहता था शादी की बात कर सके उसके घर वालो से ,जया मुझे तुम से बात करनी है बोलो क्या..?हुआ है तुम्हे, जया को अब कुछ होश आया उसने खुद को सम्भाला और कहा ,_ आनन्द तुम कहां चले गये थे मुझे अकेला छोड़कर, क्यो किया तुमने ऐसा मेरे साथ और रोने लगी और बोलती जा रही थी क्या क्या साह मैने, तुम बिन बताये चले गये बिन कहे