पर मुझे तो उसके दिल का हाल लेना था और साथ ही अपना हाले दिल बताना था।इसलिए मैं किसी भी तरह उसके घर का पता, फोन नंबर ये सब जानने की कोशिश में था।। उसका कोचिंग से लेकर घर तक का रास्ता मै पता कर चुका था। यश ने कहा ओह माई गॉड पापा आप इतने होशियार! बिमल ने कहा हां फिर। रिचा ने कहा आगे क्या हुआ अंकल? बिमल ने कहा आगे तो मुश्किलें बहुत थी पर हौसले बुलंद थे। एक दिन मंदिर में चांदनी को देखा क्योंकि वो हर शनिवार को मंदिर जाती थी तो बस मैं भी