नौरी भी अपने सफर के लिए निकल चुकी थी बिलकुल नए जस्बे और ओर कोइ साहसी सैनिक की तरह जो अपने राज्य के लिए मर मिटता हैं पर अपनी प्रजा और राजा को अखरी सांस सुरक्षित रखता हैं। जाते जाते उसने अपने भाई से एक वादा लिया की मेरे आने तक तुम यही इंतजार करना ओर एक दूध का कट्टोरा दे गई और कहा इस कटोरे के एक बार निहार लेना अगर ये पहले की तरह सफेद रहा तो समझ लेना में आबाद हु अगर पीला रहा तो समझना की में किसी बड़ी मुश्किल मै हू अथवा अगर इस दूध