लिविंग विथ डाइंग - 1

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मेरी क्लासमेट ऋत्वि मेहता का अंतिम संस्कार एक बारिश वाले दिन हुआ। अंतिम संस्कार में बहुत से लोग आये होगे। उनकी संख्या और उनके आसु उसके जिवन की अहमियत दशा रहे होगे। अंतिम संस्कार से लेकर शोक सम्मेलन तक सिर्फ मैं हि था वो वहा पर नही था। ऋत्विक अपने रूम में बैठा यह सब सोच रहा होता है और फिर अपना फोन देखते हुए कहता है कि ये वो आखरी मैसेज था जो मैं ने उसे भेजा था। बस एक छोटा सा मैसेज जिस का जवाब मुझे अब कभी नही मिलगा। वो मैसेज देखते हुए ऋत्विक अपनी यादो में