आर्यन अग्रवाल एक बहुत ही होनहार लड़का था, जो हमेशा ही ईमानदारी के साथ अपनी पढ़ाई पर ध्यान देता और हमेशा अपने पिताजी के काम में मदद भी कर दिया करता था। ऐसे तो वह बस सिर्फ 12 वीं कक्षा का छात्र था लेकिन फिर भी उसमे गजब का आत्मविश्वास था कि वह अकेले ही अपने पिता का काम संभाल लेता था और साथ मैं पढ़ाई पर भी ध्यान देता था। आर्यन की मां का देहांत 2 साल पहले ही हो चुका था और उसकी एक छोटी बहन थी जो स्कूल जाती थी लेकिन कभी-कभी इसे भी स्कूल से