भाग -7 लक्ष्मी अपनी बेटी के कहे के आगे और क्या कहती, वह चुप हो गयी और घर रहकर ही अपने पति की देखभाल करने लगी. लेकिन मुंबई जैसी जगह में तीन लोगों का बिना किसी काम को किए रहना आसान नहीं होता. कुछ दिन, कुछ महीने तो जमा पैसों के आधार पर निकल गए. इस बीच रेणु को अब तक कहीं कोई काम नहीं मिला है. पिता के इलाज के लिए मोटी रकम की जरूरत है. इसलिए रेणु को फिर किसी ऐसे ही काम की तलाश है जहां से एक बार में ही वह मोटी रकम कमा सके. इधर