१९६० दशक के शुरुवाती सालो तक "मुग़ल ए आझ़म", "मदर इंडिया" और "प्यासा" जैसी बेहतरीन फिल्मों ने हिंदी फिल्म जगत में तहलका मचा दिया था।१९५७ में आई मदर इंडिया हिंदी फिल्म इंडस्ट्री की पहली ऑस्कर नामांकित फिल्म बनी।उसी समय रीलीज हुई गुरुदत्त की फिल्म "प्यासा" भी उस साल में बनी एक अद्वितीय फिल्म रही। 1959 मे आई,गुरुदत्त की फिल्म "कागज के फूल" फिल्मी जगत के cinematography क्षेत्र मे एक क्रांतिकारी फिल्म साबित हुई। हालाकि वो फिल्म प्रेक्षको में अपनी जगह बनाने में नाकामियास्ब रही।नवरंग, दो उस्ताद, छोटी बहन, सुजाता, पैगाम,गूंज उठी शहनाई जैसी कई हिट फिल्मों ने १९५९ साल को