121=== =============== दिल्ली के पौष होटल ‘द लीला पैलेस’का शानदार इंतज़ाम ! शाहनाई के सुरों का पवन के साथ बिखर-बिखर जाना और महत्वपूर्ण अतिथियों का वैभव्यपूर्ण समागम !ए हाई शो जिसमें डरे-सहमे लम्हों के बीच पसरे मेरे दिल की धरती पर सुराग!सब कुछ अंदर-बाहर का खेल! पार्टी में संस्थान को ही अधिक भाव दिया जा रहा था, कुछ और भी व्यक्तित्व थे जिनका खास ख्याल रखा जा रहा था, प्रमेश रबर के खिलौने सा मुस्कुरा रहा था| जिसे देखकर मेरी भीतर की कुढ़न का अंदाज़ा लगाना किसी के लिए भी संभव नहीं था| अम्मा-पापा, भाई-भाभी के पहुंचते ही जैसे सबके