भाग 20पिछले भाग में आपने पढ़ा की जय, रतन की बताता है की अम्मा उसकी दूसरी शादी करवाना चाहती है। पर उसने इनकार कर दिया। जय अम्मा के तानों से रज्जो को बचाने के लिए छुट्टी बाकी खत्म होने के पहले ही चला जाता है। विश्वनाथ जी। घर बनवाने के लिए कुछ दिन और रुक जाते है। अब आगे पढ़े।जैसे जैसे समय बीत रहा था रज्जो की गोद भरने में देरी हो रही थी। उसकी ईश्वर के प्रति आस्था बढ़ती जा रही थी। सुबह शाम उसकी आराधना का समय बढ़ने लगा। वो हर वक्त करुण स्वर में मां विंध्यवासिनी की