भाग -6 कुछ ही दिनों बाद भूमिजा की डॉक्टर घर आयी उसे देखने, उसने रेणु को बहुत शाबाशी दी कि वह बहुत अच्छे से भूमिजा का ध्यान रख रही है. उसने रेणु को कहा कि भूमिजा को घर के बाहर लेकर जाये, थोड़ा पैदल चलाये, दौड़ाए, भगाये, जिससे वह थक जाय क्यूंकि अकसर ऐसे बच्चों के अंदर शक्ति बहुत होती है. लेकिन इन बच्चों का शारीरिक श्रम वैसा नहीं हो पाता जैसा होना चाहिए. इसलिए उनका वजन बढ़ता चला जाता है और वह और अधिक दूसरों पर निर्भर होते चले जाते हैं. रेणु ने उनकी सारी बातें ध्यान से सुनी