आँच - 4- मुश्किल समय है?(भाग -2)

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एक ओर अवध के भाग्य का फ़ैसला होना था दूसरी ओर मुसलमानों ने हनुमानगढ़ी के पास की एक ज़मीन में नमाज़ पढ़ने पर ज़ोर दिया। औरंगजेब के समय में हनुमानगढ़ी को ध्वस्त कर दिया गया था और उसी के मलबे से बगल में एक मस्जिद का निर्माण करा दिया गया था, किन्तु हिन्दुओं ने उस स्थान को छोड़ा नहीं। जब शुजाउद्दौला बक्सर जाने के लिए उधर से गुज़रे तो उन्होंने हिन्दुओं के लिए मन्दिर बनवा दिया जिस पर बैरागियों ने पूजा अर्चना शुरू कर दिया। औरंगजेब ने जो ढाँचा खड़ा किया था, वह धीरे धीरे गिर गया। बाद में राजा