** ओम नमः शिवाय ** ** इश्क़ होना ही था part- 25 ** अभी तक हमने देखा की अक्षत जो बालकनी में बैठा होता है और दिया जब देखती है की अहाना शिव से बात कर रही है तो वो सीधा बालकनी में ही आ जाती है... "कल की बात के लिए फिर से सॉरी..." दिया बोलती है... "अरे, तू कितनी बार सॉरी बोलोगी... और तुम सोरी नहीं मुझे तुमने थेंक्यु कहना चाहिए..." अक्षत बोलता है... "कैसे, मुझे...?" दिया बोलती है... "अरे तुमने ही कहा ना मुझे अपने मम्मी पप्पा से बात करनी चाहिए उन्हें भी संजना चाहिए तो में