सुबह के 7 बज रहे थे,आसपास चारो तरफ धुंध फैली हुई थी,ठंड अपने पूरे जोर पर थी, इतनी धुंध थी मानो आसमान के सारे बादल जमीन पर उतर आए हो, उसके साथ बह रही हल्की पर बेहद सर्द हवा सांसों को उखाड़ने के लिए काफी थी, आर्यन और विवेक दोनो रिज़ॉर्ट के गेट पर खड़े बात कर रहे थे,उन्होंने पूरी तरह अपने आप को गर्म कपड़ो से ढका हुआ था फिर भी यह काफी नही था।"All Set, किसी को कुछ पता तो नहीं चला ना?" आर्यन को रिसॉर्ट के गेट से बहार आते हुए देख विवेक ने अपना सवाल किया।“नही