जिंदगी - 3

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ऐ कहानी में मेरे जीवन की सारी गटना है जो मे टूंक मा बताई गई है। कहानी को समझिए।मेरा नाम जगदीश है। और मुझे परिवार वाले प्यार से जय के नाम से बुलाते है। मेरा जन्म मध्यम परिवार में हुआजब मैं 5 साल का हुआ तब मुझे मेरे गांव में पढ़ने के लिए बिठाया। पड़ते- पड़ते करीब 12-13 साल का था। तब करीब 2011 2012 मैं लगभग छे या सातवीं क्लास में पढ़ता था।तब मेरे पापा ने मेरी सगाई मुझे बिना पूछे कर ली। मैं पढ़ते-पढ़ते 9 मां धोरण के आग्या। तब में 16-17 सालका था। 2014-2015 में मेरे पापा