गुलाबो - भाग 18

  • 3.3k
  • 1
  • 1.4k

भाग 18जगत रानी रज्जो को बांझ समझती थी। पर इस तरह सामने से कभी बांझ का संबोधन नही दिया था। सास जगत रानी के आदेश पर गुलाबो ने जेठानी रज्जो के हाथ से भोग की थाली ले ली। गुलाबो के भोग की थाली हाथ से लेते ही रज्जो बुत बन गई। जगत रानी गुलाबो और बच्चों को साथ लेकर पूजा करवाने मंदिर चली गई। साथ ही रज्जो को आदेश दिया की गेंहू रक्खा है शाम के खाने के लिए आटा नही है। जाता (घरेलू आटा पीसने की चक्की) में वो गेंहू पीस डाले। जगत रानी गुलाबो और बच्चों को ले