स्वातंत्र्योत्तर हिंदी उपन्यास साहित्य के विविध आयाम

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स्वातंत्रयोत्तर हिंदी उपन्यास साहित्य की विविध आयाम - (क)-उपन्यास क्या है-उपन्यास हिंदी गद्य की एक आधुनिक विधा है इस विधा का हिंदी में प्रदुर्भाव अंग्रेजी साहित्य के प्रभाव के रूप में हुआ लेकिन इसका अर्थ कदापि नही की इससे पहले भारत मे उपन्यास जैसी कोई विधा नही थी ।उपन्यास विधा का उद्भव विकास पहले यूरोप में हुआ बाद में बांग्ला साहित्य के माध्यम से इस विधा का हिंदी साहित्य में आई।लाला श्री निवास दास का परीक्षा गुरु (1888 ) इंसा अल्ला खां द्वारा रचित रानी केतकी की कहानी तथा श्रद्धा राम फिल्लौरी कृत भाग्यवती आदि को हिंदी के प्रथम उपन्यास