43 पैसा दिन बीतते जा रहें हैं, अभिषेक अपनी प्लानिंग में लगा हुआ है कि किस तरह वह नैना के घर में घुसे और वहाँ से वो लिफाफा निकाल लें। मगर यह तभी होगा, जब घर में कोई न हो पर यह होगा कैसे, उसके घर में वह आख़िर घुसेगा कैसे? इन्हीं सबके बारे में सोचते हुए उसने तीनो पर नज़र रखना शुरू कर दिया है। कौन कब जाता, कितने बज जाता है, कहाँ जाता है, किस-किस से मिल रहें है, कौन वापिस कब आ रहा है। सारी बातों का ध्यान रखते हुए वह सही मौके का इंतज़ार कर