गुमशुदा क्रेडिट कार्ड्स - ये कहानियां मेरी नज़र में - 2

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एपीसोड ---2 डॉ. रंजना जायसवाल की कहानी में वही जद्दो जेहद है --' रोज़ सुबह आँख खुलते ही ज़िंदगी उसका इम्तिहान लेने के लिए खड़ी रहती ...और अपने आप से सवाल करती... आज मैं पास तो हो जाऊँगी न...? उसने वही किया वही जो हर आम औरत करती है -'विश्व के मानचित्र को हटाकर वर्णमाला और पहाड़े के पोस्टर चिपका दिए। ' रंजना की 'आधे अधूरे 'कहानी से कुछ नीचे दये सूक्ति वाक्य पढ़िए जो कमोबेश हर लड़की के जीवन का हिस्सा हैं : ------आज कल की लड़कियों को अपने सारे सपनें ससुराल में ही पूरे करने होते हैं... मायके