श्यामा के साथी उससे बोले कि सरदार कोई भी हो लेकिन अब भी वो उनकी टोली की डकैत है और उनके साथ ही बीहड़ो में रहकर उन सभी का मार्गदर्शन करे क्योंकि उसका तजुर्बा उन लोगों से कहीं ज्यादा है,इसलिए श्यामा ने अभी बीहड़ में रहने का फैसला किया,वैसे भी अभी उसे रामखिलावन ने ऐसा कोई भी संदेश नहीं दिया था,शायद अभी जुझार सिंह को खतम करने का वक्त नहीं आया था,लेकिन तब भी श्यामा ने अपने साथी डकैत को रामखिलावन के पास स्थिति का जायजा लेने के लिए भेजा और रामखिलावन ने श्यामा के साथी से कहा कि श्यामा