1.जिस इंसान को, सच बोलने की आदत होती है। उस इंसान से लोग, सबसे ज्यादा नफरत करते हैं।। 2.अच्छे संस्कार और संस्कृति ही, हमारे जीवन को सभ्य और सराहनीय बनाते हैं। 3.अरसे बित गए, तेरे इश्क को लिखते लिखते। दो लफ्ज़ तू कभी, मेरे सब्र पर ही लिख दे।। 4.अनुमान "मन की कल्पना" है, और अनुभव "जिंदगी का सबक" है।सच्ची खुशी तभी होती है, जब आपकी सोच, "कथन और कर्म में समानता" हो ।।5.मेरे इनकार में तुम हो, मेरे इजहार में तुम हो, मेरी हर जीत में तुम हो, मेरी हर हार में तुम हो, मेरी हर इक उदासी का,